मेरी डायरी सन् २००४
स्वप्नन लोक की पूरी कल्पना,या फिर हो तुम मेरा भ्रम।
तुम ही मेरी सारी खुशियां,तुम ही मेरा सारा गम।।
तुम से मेरी शाम सुहानी,तुम से ही है ये बेरंग।
तेरे आने से जीवन मे , खत्म हुआ मेरा सूनापन।।
तुम को देखा तो ये जाना,कितना मधुर है ये जीवन।
कितना प्यार किया है तुम से,छू कर देखो मेरा मन।।
मेरी हर एक साँस है तेरी, तेरा ही है ये जीवन
अन्तिम इच्छा है ये मेरी , तेरी डोली आए मेरे आँगन।।
स्वप्नन लोक की पूरी कल्पना,या फिर हो तुम मेरा भ्रम।
तुम ही मेरी सारी खुशियां,तुम ही मेरा सारा गम।।
तुम से मेरी शाम सुहानी,तुम से ही है ये बेरंग।
तेरे आने से जीवन मे , खत्म हुआ मेरा सूनापन।।
तुम को देखा तो ये जाना,कितना मधुर है ये जीवन।
कितना प्यार किया है तुम से,छू कर देखो मेरा मन।।
मेरी हर एक साँस है तेरी, तेरा ही है ये जीवन
अन्तिम इच्छा है ये मेरी , तेरी डोली आए मेरे आँगन।।
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